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जीवन / वर्नर अस्पेंसट्रोम

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शायद ही एक राय,
लेकिन नदी की ओर स्पष्ट दृष्टिकोण.
जैसे कमल
और कीचड़.
दो बतख तैर रहे हैं
एक दूसरे की ओर, उत्सुकता से,
बिना कुछ ज़्यादा समझे,
बनाते हैं जीने का आधार,
जीवन के अव्ययों से सूर्य की लालिमा में,
एक तूफ़ान से परे
और तैरते हैं फिर
एक दूसरे के विरुद्ध, अभी भी,
बिना कुछ ज़्यादा समझे.
यहाँ अब भी एक जीवन है.
यह है दो पक्षी का जीवन.


'''(मूल स्वीडिश से अनुवाद : अनुपमा पाठक)'''
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