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* [[ईश्वर ने भी स्त्रियों के चारों ओर छल बुना है / राकेश पाठक]]
* [[अब गिरिजाघर के घंटे कोई ईसा नहीं बजाता / राकेश पाठक]]
* [[पन्ने निर्वात की गूँज है हैं / राकेश पाठक]]
* [[दशहरे पर दो कविताएँ / राकेश पाठक]]
* [[मेस आयनक / राकेश पाठक]]
* [[रेत की भुरभुराहट की तरह नहीं ढ़हता प्रेम / राकेश पाठक]]
* [[गंगा के तट पर उपजी एक प्रेम कथा / राकेश पाठक]]
* [[मैं बेटी ही हूँ जो , मार दी जाती हूँ / राकेश पाठक]]
* [[वामियनों के देश में प्रेम / राकेश पाठक]]
* [[परछाईं / राकेश पाठक]]