भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

शेष अर्ध्य / ओकिउयामा ग्वाइन

No change in size, 10:25, 5 नवम्बर 2017
आज, शेषको बेलामा
लिएर आउँदै छु त्यही नै
शेष अर्ध्य, तिम्रो व्दीमा वेदीमा चढाउन ।
</poem>
{{KKMeaning}}
Mover, Reupload, Uploader
10,371
edits