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बेर बेर हँसावेले, बेर-बेर रिगावेले केनिओं थूकब केनियों चाटबहमार नन्हकी॥चलब कुटनियाँ चाल। हमके घूमरी घुमावेले, हमार नन्हकी॥हो हमरा बनल रही भौकाल॥
खात दिन के बेरा हाथ थरिया में मारे रात, रात दिन बोलब तोतली बोलिया से बाबूजी पुकारेभर घर झूठ के भर दिन, मन हरसावेले भोरही गठरी खोलब लूटब रहब निहाल। हमार नन्हकी॥ हमके घूमरी...हो हमरा बनल रही भौकाल॥
बइठल देखे त, खूँट धई खींचेलेजात धरम के पाशा फेंकब अचके कोंहाले, आँखि दूनों मीचेले तकलीफ़े में सभका देखब पीट पीट थपरी, सभके बोलावेले बजत रही करताल हमार नन्हकी॥ हमके घूमरी...हो हमरा बनल रही भौकाल॥
अचके कुरसी के बस खेला खेलब सभही के आफत में रीझेले अचके में खीझेले ठेलब कबों कंचा खेले खाति होखी बाउर हाल हो हमरा भींचेलेकबों आगे कबों पीछे, सभे धउरावेले हमार नन्हकी॥ हमके घूमरी...बनल रही भौकाल॥
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