भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
{{KKCatHaryanaviRachna}}
<poem>
'''दोहा:- गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णुः गुरुर्देवो महेश्वरः।''' '''गुरूर्साक्षात परंब्रह्म तस्मै श्रीगुरवे नमः।।'''
</poem>
445
edits