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'''पहली अनुभूति:'''
गीत नहीं गाता हूँ
गीत नहीं गाता हूँ
'''दूसरी अनुभूति:'''
गीत नया गाता हूँ
अन्तर की चीर व्यथा पलको पर ठिठकी
हार नहीं मानूँगा,
रार नहीं नई ठानूँगा,
काल के कपाल पे लिखता मिटाता हूँ
गीत नया गाता हूँ
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