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11:22, 10 जुलाई 2018 {{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=पंकज चौधरी
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|संग्रह=
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<poem>
गो-हत्या
पर जो कराए दंगा
वे तो पहले से ही हैं
बालिका-भ्रूण हत्या
वधू हत्या
दलित हत्या
ईसाई हत्या
अश्वेत हत्या पर नंगा।
</poem>