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हुए योद्धा तुला राम, लड़े थे स्वतन्त्रता संग्राम,
करदी नींद हराम दुश्मन की, पूर्ण इच्छा होग्यी मनकीमन की,
यह कहानी सत्तावन की, जय हो योद्धा बलवान की।।