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जिनकी रगों के घोड़े
माँद मांद पर ब¡èो èयानरत बंधे ध्यानरत खाते होंगे सन्तुलित-पुष्ट घास
विचार करेंगे
सिर्फ हाजिरजवाबी कह दी जाएगी
अख़बारों और टीण्वीण् टी.वी. के सारे नायक
बादलों की तरह घिर आएंगे
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