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होरी में तोय गोरी बनाऊँ लाला, पाग झगा तरी फारूँ<br>
औचक छतियन हाथ चलाए, तोरे हाथ बाँधि गुलाल मारूँ।<br>
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संकलनकर्ता : जगदेव सिंह भदौरिया
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