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जन गण मन अधिनायक होइगा।होइगागुण्डा रहै, विधायक होइगा। होइगा
पढ़े–लिखे करमन का र्वावैं,बिना पढ़ा सब लायक होइगा। होइगा
जीवन भर अपराध किहिस जो,राम नाम गुण गायक होइगा। होइगा
कुरसी केरि हनक मिलतै खन,कूकुर सेरु एकाएक होइगा।होइगा
गवा गाँव ते जीति के, लेकिन
सहरन का परिचायक होइगा। होइगा
वादा कइके गा जनता ते,च्वारन क्यार सहायक होइगा।होइगा
जेहि पर रहै भरोसा सबका,‘अग्यानी’ दुखदायक होइगा। होइगा
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