भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
* [[विसाल की सरहदों तक आ कर जमाल तेरा पलट गया है / क़तील ]]
* [[खुला है झूठ का बाज़ार आओ सच बोलें / क़तील ]]
* [[वो दिल ही क्या तेरे मिलने की जो दुआ न करे / क़तील ]]
* [[दर्द से मेरा दामन भर दे या अल्लाह / क़तील ]]