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बेवजह दिल पे कोई /उर्मिलेश

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|रचनाकार=उर्मिलेश
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बेवजह दिल पे कोई बोझ न भारी रखिये
ज़िन्दगी जंग है इस जंग को जारी रखिये
आज,बस आज ज़रा बात हमारी रखिये
.
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