गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
सुना है वो हमें भुलाने लगे है / ख़ुमार बाराबंकवी
24 bytes removed
,
05:01, 26 जनवरी 2019
|संग्रह=
}}
{{KKVID|v=QYFv2Zj_RRs}}
{{KKCatGhazal}}
<poem>
Sharda suman
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader,
प्रबंधक
35,147
edits