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इसा वरदान मिल्या किसनै, जिसके पाप करण तै कटगे रोग,
कौण पति मारकै सती होई, ना पुत्र का मनाया सोग,
सुदामा विप्र के चार सुत गिणादे, जै पढ़ राखे हो पुरान पुराण तनै ||
पिता-पूत पळे एक गर्भ मै, माता न्यारी-न्यारी,