गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
जितना भुलाना चाहें भुलाया न जायेगा / दरवेश भारती
10 bytes removed
,
06:38, 18 अप्रैल 2019
दामन वफ़ा का उनसे छुड़ाया न जायेगा
आसां है तंज़
करना किसी पर
तंज़ बहुत सह्ल है
, मगर
ये तंज़
करता
देता
है ज़ख़्म
कितने
जो ये
बताया न जायेगा
जो भी हुआ सही कि ग़लत अपने दरमियाँ
Rahul Shivay
Mover, Protect, Reupload, Uploader
6,612
edits