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13:12, 22 अप्रैल 2019 {{KKGlobal}}
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|रचनाकार=एस. मनोज
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उलटा सीधा शब्द सजाउ
शब्दक जोड़ू ज्ञान बढ़ाउ
राग-द्वेष आ क्षुद्र-महान
रक्षक -भक्षक गौण- प्रधान
जन्म -मृत्यु आ नर- नारी
जीवन -मरण हल्लुक- भारी
सुधा -गरल सुगम- दुर्गम
शीत -उष्ण स्थावर -जंगम
मिलन- विरह आ जड़- चेतन
पाप - पुण्य आ खलु- सज्जन
कृपा - कोप आ जाग्रत- सुप्त
निंदा - स्तुति प्रकाशित- गुप्त
</poem>