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मन में रहेगा मेरे बस प्यार का उजाला
हर राह ज़िन्दगी की रोशन करेंगी आँखें
होठों की हाथों में मेरे कलियाँ मेहँदी कब तक नहीं खिलेंगी लगेगी अश्के लहू तन्हाइयों के खूँ से आख़िर कब तक रचेंगी आँखें
सुख-दुःख हैं इसके पहलू ये ज़िन्दगी है सिक्का
हालात ज़िन्दगी के ख़ुद ही कहेंगी आँखें
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