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इक दिन मिली हक़ीक़तन वो दफ़अतन मुझे / कृपाशंकर श्रीवास्तव 'विश्वास'
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04:27, 24 मई 2019
भूली नहीं अभी तेरी वो अंजुमन मुझे।
कैसे
रहूंगा
कहूंगा
मैं उसे 'विश्वास' बेवफ़ा
जिसने न आज तक कहा वादा-शिकन मुझे।
</poem>
Abhishek Amber
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