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फिर बही तुम्हारे आँचल से, मादक मन भावन गंध प्रिये / कृपाशंकर श्रीवास्तव 'विश्वास'
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07:01, 12 जून 2019
मधुबन की रानी थिरक उठी, नव गीत मिलन के गा-गाकर
नभ में करताल मृदंग लिए,
झुमा
झूमा
रति संग अनंग प्रिये।
तन कोंपल लालो-लाल हुई, हर सांस हुई चंदन चंदन
Abhishek Amber
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