Changes

होटल / मंगलेश डबराल

8 bytes added, 04:54, 18 जुलाई 2019
फिलहाल आराम कर रहा था
यही वह जगह है मैंने सोचा
जहाँ लेखकों ने भारी-भरकम उपन्यास लिखे,
जिन्हें वे अपने घरों के कोलाहल में नहीं लिख पाए
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
54,282
edits