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कसा हुआ अहसासों से मैं / संजय पंकज
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08:28, 21 जुलाई 2019
सच तेरा अभियुक्त नहीं हूँ!
इंगित करता दारुण बिछुड़न घुलमिल पास-पास है रहना
पियराते ही जोत प्रीत की
दर्द सर्द पड़ता है सहना
Rahul Shivay
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