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Kavita Kosh से
जिसे किसी ने अपनी बाँहों में बाँध रखा है
और चाँद धुंधला धुन्धला है, शांत शान्त है उस बुझे हुए बल्ब की तरह
सड़क के मोड़ पर स्थित दूकान के ऊपर लगा हुआ है जो
'''अंग्रेज़ी अँग्रेज़ी से अनुवाद : अनिल जनविजय'''
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