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/* कुछ प्रतिनिधि ग़ज़लें */
* [[आइने पे इताब कौन करे / रवि सिन्हा]]
* [[आज़माया है समन्दर ने यहाँ आने तक / रवि सिन्हा]]
* [[आज हर क़तरे को अपने आप में दरिया किया / रवि सिन्हा]]
* [[आप का आधा-सा कुछ वादा रहा / रवि सिन्हा]]
* [[आलमे-नासूत की आधी हक़ीक़त जान कर / रवि सिन्हा]]