गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
सुबह-ए-आज़ादी - ये दाग़ दाग़ उजाला / फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
14 bytes added
,
09:49, 28 नवम्बर 2019
|रचनाकार=फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
}}
{{KKCatNazm}}
<poem>
ये दाग़ दाग़ उजाला, ये शबगज़ीदा सहर
Lalit Kumar
Founder, Mover, Uploader,
प्रशासक
,
सदस्य जाँच
,
प्रबंधक
,
widget editor
21,914
edits