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विश्व जनमत पर किया कुठाराघात
प्रदर्शन, हड़ताल, विरोध् विरोध परकरता रहा इराक में रत्तफपातरक्तपात
हुआ घमंड अमेरिका को
बल का हुआ उसे अहंकार
आतंकी अîóा आतंक का अपफवाह अफवाह बता
कर दिया इराक का संहार
मानवता पर घोर जुल्म
भय के मारे आह न निकली
टूटता रहा इराक पर पहाड़
गनीमत है आज जीवित नहीं नेपोलियन
उन्हें भी नहीं मिलती बुश की राहत
हो गई इराक की शत्तिफ शक्ति क्षीण
बची नहीं बेचारे की जमानत
लुट गई विश्व की र्ध्मधर्म-ध्रोहरधरोहर
वर्षों की सब अनमोल अमानत
इंसानों का चमन उजाड़ा
जिससे शर्माती दानवता
चारों ओर चीत्कार-चीऽ चीख है
हाय रे मानव! हाय मानवता!!
ज्यादती है अमेरिकी हमला
जो किया नहीं दुनिया में कोई
मानवता का दर्द देऽकरदेखकर दानवता भी पफूटकर फूटकर रोई
कहा गया गरीबों की आह
जाती नहीं कभी भी व्यर्थ
भुगतना पड़ेगा उसे घोर अनर्थ।
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