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|रचनाकार=अनामिका
|संग्रह=अनुष्टुप / अनामिका
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स्टूल के राजसिंहासन पर।
मुझसे भी ज्यादा ज़्यादा थकी दीखती थी वह
फिर भी वह हँसी!
उस हँसी का न तर्क था