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बड़ी सुस्त घडियाँ / विजय वाते

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|संग्रह= दो मिसरे / विजय वाते
}}
<poem>
दीवारों पे दिखती बगावत की घड़ियाँ।
बड़ी सुस्त घड़ियाँ, मुसीबत की घड़ियाँ।