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पृथ्वी का रोष! / कुँवर दिनेश

125 bytes added, 13:23, 22 अप्रैल 2020
{{KKGlobal}}{{KKRachna|रचनाकार= कुँवर दिनेश }}[[Category:हाइकु]]<poem>
1.
क्यों रोना आया?
पीढ़ियों का सहारा,
स्वर्ग है यही!
<poem>
-0-