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इमारतें रास्ते पगडन्डियाँ समूचा नक्शा गायब
कुहरे में चलते हुए बहुत प्राचीन हो जाता है
(प्रथम प्रकाशनः वागर्थ,भारतीय भाषा परिषद,कोलकाता)
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