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कांच के टुकड़ों को महताब बताने वाले / हस्तीमल 'हस्ती'
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09:27, 17 जून 2020
वो ज़माना ही रहा ना वो ज़माने वाले
दर्द की कोई दवा ले के
स़फर
सफ़र
पे निकलो
जाने मिल जाएँ कहाँ ज़ख़्म लगाने वाले
Abhishek Amber
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