दादुर मोर पपीहा गाबय
जिया उमताबय ना, हो जिया उमताबय ना
बदरा...
बिरहक आगि कुहुकि कुहुकाबय
बइरी कोइलिया ना, हो बइरी कोइलिया ना
पिउ के पाती लिखब हम कत विधि
तइयो ने पिघलय ना, हो तइयो ने पिघलय ना
बदरा...
कन्त हमर हियहन्त भेल छथि
दरदो ने जानय ना, हो दरदो ने जानय ना
बदरा...
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