भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
{{KKRachna
|रचनाकार=हरिवंशराय बच्चन
|अनुवादक=|संग्रह=सतरंगिनी / हरिवंशराय बच्चन }}{{KKCatKavita}}{{KKAnthologyNewYear}}<poem>वर्ष नव,हर्ष नव,जीवन उत्कर्ष नव।
नवल चाह,
नवल राह,
जीवन का नव प्रवाह।
जीवन की जीत नवल!
</poem>