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ऐसे सोने के साँझ प्रात,<br>
ऐसे चाँदी के दिवस रात,<br>
ले जाती बहा कँहा कहाँ गंगा<br>
जीवन के युग-क्षण - किसे ज्ञात!<br><br>
यह भौगोलिक गंगा परिचित,<br>
जिसके तट पर बहु नगर प्रथित,<br>
इस जड जड़ गंगा से मिली हुई<br>
जन गंगा एक और जीवित!<br><br>
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