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यान्त्रिकता / विजय मल्ल

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|रचनाकार=विजय मल्ल
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|संग्रह=हिमालचुली / सम्पादित पुस्तक
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तिम्रो जीवन र मृत्युलाई छुट्ट्याउन पनि गाह्रो भो,
साँच्चै गाह्रो भो!
 
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