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/* हिन्दी में अनूदित कुछ कविताएँ */
* [[ क्यों जी रहा हूँ मैं / बोहिस वियाँ / अनिल जनविजय]]
* [[ हमारे पास क्या है / बोहिस वियाँ / अनिल जनविजय]]
* [[जीवन आपके दाँतों की तरह है मैं रीढ़ के कैंसर से मर जाऊँगा / बोहिस वियाँ / अनिल जनविजय]]