भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

स्वगत / शैलप्रिया

No change in size, 17:52, 10 दिसम्बर 2020
<poem>
कविता
सहेली की साल शाल नहीं
जिसे मौसम के मुताबिक
माँग कर लपेट लिया जाए
350
edits