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विटामिन ज़िन्दगी पुरस्कार

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<div class="bg-danger text-danger" style="padding: 10px">विटामिन ज़िन्दगी पुरस्कार के लिए प्रविष्टियाँ केवल 31 मार्च 201 तक भेजी जा सकती थीं। अगले पुरस्कार की घोषणा शीघ्र की जाएगी।</div>
1) रचनाओं का केन्द्र-बिंदु विकलांगता होना चाहिए। साहित्यकारों से अपेक्षा है कि वे विकलांगजन की समस्याओं, उनकी मनोदशा, समाज में उनकी स्थिति आदि आयामों को महसूस कर साहित्य-रचना करेंगे।