भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

सदस्य वार्ता:Lalit Kumar

7 bytes added, 13:21, 7 जुलाई 2007
"गाँव से घर निकलना है / यश मालवीय" में कविता की पहली लाइन डिज़ाइन की लाइन के साथ निल रही थी -सो मैनें उसे ठीक कर दिया।-ललित ~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~
शुक्रिया ललित
जी.के. अवधिया
 
== Request ==
 
मौन करुणा