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Kavita Kosh से
* [[दोपहर कैसे बिताना चाहिए / विजय वाते]]
* [[कामयाबी गुमान है प्यारे / विजय वाते]]
* [[दर्द सा सारा उलझनों में खो गया / विजय वाते]]
* [[लोग झिलमिलाते है / विजय वाते]]
* [[अँधेर को अँधेर कहा / विजय वाते]]