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पुनश्च - मैने गुलाम मुर्तजा राही जी की कविता को "अवर्गीकृत रचनाएँ" की श्रेणी मे डाला है । -- संजीव द्विवेदी
==indentation का क्या करूँ?==
ललित साहब, हर कविता ठीक left alignment में नहीं लिखी होती, एक लाइन ठीक बाएँ से शुरु होती
है तो अगली कुछ स्पेस छोड़कर। चौपाल पर मुझे प्रतिष्ठा जी ने, लाइन के शुरुआत में कोलनों का इस्तेमाल
सुझाया, पर इससे बात नहीं बनती, इस तरीके से कभी कम तो कभी ज़्यादा जगह छोड़कर लाइन शुरु
हो जाती है। छपाई में जैसी indentation है मैं वैसी ही देना चाहता हूँ।--[[सदस्य:Sumitkumar kataria|Sumitkumar kataria]] ०८:४८, २३ जनवरी २००८ (UTC)
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