Changes

कण्ठ लाइ बिलपैं
सुख- दुख माँ।
 
9
चले न जाना
रूहै माँहि उतरि
लुकि तू जायौ।
 
10
ऊषा आएगी
भुरुका आई
बिलपि गवनिहैरोबिलपि गवनि है
सिला भींजिहै।
11
बीते वसंत
खो गए तुम आकेआनिपाऊँ पावौं मैं कैसे।
सिरै बसंत
हेरा गे तुम आक
पावौं पाव्हुँ कइसे।
12
क्या कुछ करूँ
दुख तोरे मैं हरौं
चैन पावहुँ।
 
13
माथे की पीर
अंक माँहि लइकै
धरिहौं धीर।
 
14
आँसू की लिपि