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Kavita Kosh से
बच्चे कहीं बेकार न बैठें
ये तेरा ये मेरा बच्चा
दोनों आँखों के ये तारे
अपने ही हैं बच्चे सारे
भरे रहें सब जग के द्वारे
भरा हुआ कोना-कोना है
आगे-आगे क्या होना है।
बहे बाज़ार बहे ये गलियाँघर-बाहर में महकें कलियाँतेरे-मेरे आंगन महकेंबेटे धीया घर में चहकेंबम-गोली-बन्दूक उतारोइन की आँखों में न मारोख़ुशब
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