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/* कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ */
* [[हे मेरी प्रिये, कहाँ भटक रही हो इधर उधर? / विलियम शेक्सपियर / सोनाली मिश्र]]
* [[मेरी प्रिया की आँखें कहीं से नहीं है सूरज की तरह / विलियम शेक्सपियर / सोनाली मिश्र]]
'''अनिल जनविजय द्वारा अनूदित '''
* [[सॉनेट - १७, मेरी कविताई पर भविष्य में कौन करेगा भरोसा / विलियम शेक्सपियर / अनिल जनविजय]]