भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
* [[बुझे न प्यास तो फिर सामने नदी क्यों है / डी. एम. मिश्र]]
* [[अपना है मगर अपनो सी इज़्ज़त नहीं देता / डी .एम. मिश्र]]
* [[ग़मज़दा आंखों आँखों का दो बूंद बूँद नीर कैसे बचे / डी .एम. मिश्र]]
* [[हवा में है वो अभी आसमान बाक़ी है / डी .एम. मिश्र]]
* [[मारा गया इंसाफ़ मांगने के जुर्म में / डी .एम. मिश्र]]