1,128 bytes added,
18:43, 20 मई 2023 {{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=बैर्तोल्त ब्रेष्त
|अनुवादक=मोहन थपलियाल
|संग्रह=इकहत्तर कविताएँ और तीस छोटी कहानियाँ / बैर्तोल्त ब्रेष्त / मोहन थपलियाल
}}
{{KKCatKavita}}
<poem>
सुबह
खिड़की से
बाहर का नज़ारा
फिर से
मिली हुई
पुरानी किताब
उल्लसित चेहरे
बर्फ,
मौसमों की आवा-जाही
अख़बार
कुत्ता
डायलेक्टिक्स
नहाना,
तैरना
पुराना संगीत
आरामदेह जूते
जज़्ब करना
नया संगीत
लेखन,
बागवानी
मुसाफ़िरी
गाना
मिलजुल कर रहना ।
(1953-56)
'''मूल जर्मन भाषा से अनुवाद : मोहन थपलियाल'''
</poem>