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हर दिन तो एक जंगल है, बेउला बिउला !दृश्यों में नहीं कोई रंग है, बेउला बिउला !
छोटी-छोटी बातों में भी धैर्य दिखलाओ ।
फिर इस जीवन से, भला, क्यों न ऊब जाओ ।
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