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Kavita Kosh से
इस देश में मज़लूम की तकदीर कहाँ है।
वह फ़िक्र्र्रमंद फ़िक्रमंद है फ़क़त कुर्सी के वास्ते
हालात पे इस देश के गंभीर कहाँ है।