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छाँव से सटकर खड़ी है धूप ‘सज्जन’ / 'सज्जन' धर्मेन्द्र
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11:37, 24 फ़रवरी 2024
सर्दियों में फुलझड़ी है धूप ‘सज्जन’।
फिर किसी मज़लूम की ये जान लेगी,
आज कुछ ज़्यादा कड़ी है धूप ‘सज्जन’।
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