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Kavita Kosh से
अपनी लडाई जारी रख<br />
भूख गरीबी ग़रीबी के मसले पे<br />
अब इक पत्थर भारी रख<br />
उनके नाम मदारी रख<br />
भीड़ -भाड़ में खो मत जाना<br />
अपनी अलग चिन्हारी रख <br />
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